पश्चिम बंगाल में स्थित शांतिनिकेतन
- शांतिनिकेतन पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित है इसे UNESCO द्वारा भारत का 41वां विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया गया है।
- इसकी स्थापना नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ टैगोर के पिता महर्षि देवेद्रनाथ टैगोर द्वारा वर्ष 1863 में एक आश्रम के रूप में किया था। गुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर ने वर्ष 1901 में इसे विश्वविद्यालय के तौर पर स्थापित किया तथा वर्ष 1921 में इसे राष्ट्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया।
- सुंदरवन और दार्जिलिंग माउंटेन रेलवे के बाद यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल होने वाला यह पश्चिम बंगाल का तीसरा स्थान है।
- पश्चिम बंगाल का दुर्गा पूजा को यूनेस्को द्वारा अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किया जा चुका है।
कर्नाटक में स्थित होयसलास की वास्तुकला
- कर्नाटक के बेलूर, हलेबिड और सोमनाथपुर में होयसल मंदिर को UNESCO द्वारा भारत का 42वां विश्व धरोहर स्थल की सूची में शामिल किया गया है।
It is a joyous occasion for our nation that two of our cultural legacies have been included in UNESCO's List of World Heritage Sites.
Santiniketan in West Bengal and the Sacred Ensembles of the Hoysalas in Karnataka are living testaments to the eternity of our culture.
While… pic.twitter.com/bNcXYNIFv3
— Amit Shah (@AmitShah) September 18, 2023